सौरमंडल के बारे में रोचक तथ्य


सौर मंडल
सौर परिवार


  1. खगोलीय काशी पेंट आकाश में दिखाई देने वाले विंडो जैसे आकाशगंगा तारा ग्रह उपग्रह धूमकेतु आदि को खगोलीय पिंड कहते हैं 
  2. आकाशगंगा या मंदाकिनी तारों के एक ऐसे विशाल समूह है जो गुरुत्वाकर्षण के कारण एक दूसरे से बंधे हुए हैं इनकी विशालता का कारण इन्हें प्रायद्वीपीय अभिमान कहा जाता है 
  3. हमारा सौरमंडल जिस आकाशगंगा का सदस्य है उसका नाम दुग्ध मेखला है
  4. यह दूध मिथिला 24 आकाशगंगा के एक समूह का सदस्य है जो स्थानीय समूह कहलाता है
  5. अभी तक 89 तारा मंडलों की पहचान की गई है इसमें सबसे बड़ा तारा मंडल सैंटोरस है जिसमें 94तारे हैं हाइड्रा में कम से कम 68 तारे हैं 
  6. कृष्ण छिद्र का गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र इतना प्रबल होता है कि इससे किसी भी पदार्थ का यहां तक कि प्रकाश का भी पलायन नहीं हो सकता इसलिए कृष्ण छिद्र दिखाई नहीं देते हैं यह अंतरिक्ष में गहरी अनंत खाई के समान है कृष्ण क्षेत्र न तो कोई वितरण उत्सर्जित करता है ना ही किसी विक्रण को परावर्तित करता है बल्कि यह सभी मित्रों को अवशोषित कर लेता है तथा उस को पहचानना या सन सूचित करना बहुत कठिन है
  7. ध्रुव तारा हमेशा उत्तर दिशा में चमकता रहता है तथा उत्तरी ध्रुव के ठीक ऊपर स्थित होने के कारण एक ही दिशा में हमेशा दिखाई पड़ता है इसे ध्रुव तारा कहते हैं यह ध्रुव मत्स्य तारा समूह का एक सदस्य हैं 
  8. शुक्रवार अरुण दक्षिणावर्ती दिशा में अर्थात पूर्व से पश्चिम दिशा में परिक्रमा करते हैं जबकि अन्य सभी ग्रह वामावर्त दिशा में अर्थात पश्चिम से पूर्व दिशा में परिक्रमा करते हैं

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